Arya Ji
मन आज वृंदावन धाम हुआ,औ मोर पावन जैसे कुंज गली,
औ कमल नयन के हैं नीर नयन में,
औ जब हाल कहें बजरंगबली,
औ भक्त गले भगवान मिले जब,
बागन बीच कुटुंब वली,
औ हनुमान जपें सिया राम सिया,
औ सिया राम कहे बजरंगबली!!!
माँ मेरी माँ प्यारी माँ मम्मा ओ माँ मेरी माँ प्यारी माँ मम्मा हाथों की लकीरें बदल जायेंगी ग़म की येः जंजीरें पिघल जायेंगी हो खुदा प...
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